HighCourt Succession Duty: क्या होगा अगर लोन लेने वाले की मौत हो जाए? हाईकोर्ट ने सुनाया अहम फैसला – जानें कौन चुकाएगा बकाया रकम

अचानक किसी प्रियजन की मौत हो जाना अपने आप में एक दुखद घटना है, लेकिन अगर मृतक पर कोई लोन बाकी हो तो परिवार के लिए यह और भी बड़ी परेशानी का सबब बन जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर यह लोन कौन चुकाएगा? हाल ही में एक हाईकोर्ट के फैसले ने इस मुद्दे पर साफ़ तौर पर रोशनी डाली है। अगर आप या आपके कोई जानने वाले इस तरह की स्थिति से जूझ रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए बेहद जरूरी है। यहां हम आपको बताएंगे कि हाईकोर्ट ने इस मामले में क्या फैसला दिया है और लोन चुकाने की जिम्मेदारी किसकी होगी।

इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि यहां हम आपको इस मुद्दे से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी देंगे। आपको यह समझने में कोई दिक्कत नहीं होगी कि कानून इस बारे में क्या कहता है और आपके अधिकार क्या हैं। साथ ही, हम आपको बताएंगे कि ऐसी स्थिति में आपको क्या करना चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: मृतक का लोन कौन चुकाएगा?

हाल ही में एक हाईकोर्ट ने लोन और उत्तराधिकार से जुड़े एक अहम मामले में अपना फैसला सुनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कोर्ट ने साफ किया है कि अगर किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो उसके द्वारा लिया गया लोन उसके कानूनी उत्तराधिकारियों को चुकाना होगा। हालांकि, इसके कुछ अपवाद भी हैं जिनके बारे में हम आगे विस्तार से बताएंगे।

क्या कहता है कानून?

भारतीय कानून के मुताबिक, किसी व्यक्ति की मौत के बाद उसकी सारी संपत्ति और देनदारियां उसके कानूनी उत्तराधिकारियों को हस्तांतरित हो जाती हैं। इसका मतलब यह है कि अगर मृतक पर कोई लोन बाकी है तो उसे चुकाने की जिम्मेदारी भी उत्तराधिकारियों की ही होगी। हालांकि, यह नियम सभी तरह के लोन पर समान रूप से लागू नहीं होता।

किन स्थितियों में उत्तराधिकारियों को नहीं चुकाना पड़ेगा लोन?

आपको बता दें कि कुछ खास परिस्थितियों में उत्तराधिकारियों को मृतक का लोन चुकाने की जरूरत नहीं होती:

  • इंश्योरेंस कवर: अगर लोन लेते समय बीमा कवर लिया गया हो और मौत बीमा के दायरे में आती हो तो बीमा कंपनी लोन चुकाती है।
  • ज्वाइंट लोन: अगर लोन किसी और के साथ ज्वाइंट नाम पर लिया गया हो तो दूसरे व्यक्ति को लोन चुकाना होगा।
  • गारंटर की जिम्मेदारी: अगर लोन के लिए कोई गारंटर है तो बैंक पहले गारंटर से पैसे वसूलने की कोशिश करेगा।

क्या हो अगर उत्तराधिकारी लोन चुकाने में असमर्थ हों?

अगर उत्तराधिकारियों के पास लोन चुकाने के लिए पर्याप्त आमदनी नहीं है तो बैंक मृतक की संपत्ति को नीलाम करके पैसे वसूल सकता है। हालांकि, इस प्रक्रिया में काफी समय लग सकता है और बैंक को कुछ खास नियमों का पालन करना होता है। अगर मृतक की कोई संपत्ति नहीं है तो बैंक के लिए पैसे वसूलना मुश्किल हो जाता है।

ऐसी स्थिति में क्या करें?

अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति के परिवार से हैं जिसकी मौत के बाद लोन बाकी है तो आपको निम्न कदम उठाने चाहिए:

  • तुरंत बैंक को मृतक की मौत की जानकारी दें
  • मृतक के सभी दस्तावेज इकट्ठा करें
  • कानूनी सलाह लें
  • बैंक के साथ बातचीत करके कोई समझौता करने की कोशिश करें

हाईकोर्ट के फैसले का क्या असर होगा?

हाईकोर्ट के इस फैसले से साफ हो गया है कि उत्तराधिकारियों को मृतक के लोन की जिम्मेदारी लेनी होगी। इससे बैंकों को लोन वसूलने में आसानी होगी, लेकिन कई बार यह उत्तराधिकारियों के लिए आर्थिक बोझ बन सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि लोन लेते समय बीमा कवर जरूर लेना चाहिए ताकि ऐसी स्थिति में परिवार को परेशानी न हो।

कैसे बचें ऐसी स्थिति से?

आपको बता दें कि कुछ सावधानियां बरतकर आप अपने परिवार को इस तरह की परेशानी से बचा सकते हैं:

  • लोन लेते समय इंश्योरेंस कवर जरूर लें
  • अपने सभी वित्तीय दस्तावेजों को व्यवस्थित रखें
  • परिवार के सदस्यों को अपने वित्तीय मामलों के बारे में जानकारी दें
  • नियमित रूप से वसीयत अपडेट करते रहें

अंत में, यह समझना जरूरी है कि कानून उत्तराधिकारियों को मृतक के लोन की जिम्मेदारी से मुक्त नहीं करता। हालांकि, सही योजना और सावधानियां बरतकर आप अपने प्रियजनों को इस तरह की मुश्किल स्थिति से बचा सकते हैं। अगर आप किसी ऐसी स्थिति में हैं तो कानूनी सलाह लेना सबसे अच्छा विकल्प होगा।