Income Tax SavingAcc: आयकर बचत खाते में 2025 से पैसे जमा करने और निकालने की नई लिमिट आपकी जेब पर कैसे असर डालेगी? यह सवाल हर उस व्यक्ति के मन में है जो टैक्स बचाने के लिए सेविंग अकाउंट का इस्तेमाल करता है। अगर आप भी इनकम टैक्स से जुड़ी नई गाइडलाइंस को समझना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। यहां हम आपको बताएंगे कि आने वाले साल में सेविंग अकाउंट से जुड़े नए नियम क्या होंगे और इनका आपकी आमदनी पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपको सेविंग अकाउंट से जुड़ी हर जानकारी मिल जाएगी। हमने यहां सरल भाषा में सभी जरूरी बातें बताई हैं, ताकि आपको किसी और स्रोत से जानकारी ढूंढने की जरूरत न पड़े। इसलिए, आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें और अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें।

2025 में सेविंग अकाउंट पर नई लिमिट: क्या बदलाव आएंगे?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार ने 2025 से सेविंग अकाउंट में पैसे जमा करने और निकालने की लिमिट तय करने का फ़ैसला किया है। इसका मुख्य उद्देश्य टैक्स चोरी को रोकना और पारदर्शिता बढ़ाना है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अभी तक सेविंग अकाउंट में जमा और निकासी की कोई खास सीमा नहीं थी, लेकिन नए नियमों के तहत यह बदलने वाला है।

क्या होगी नई लिमिट?

सूत्रों के मुताबिक, नए नियमों के तहत:

  • सालाना जमा राशि की अधिकतम सीमा ₹10 लाख तय की जा सकती है।
  • महीने में 5 बार से ज्यादा निकासी करने पर अतिरिक्त चार्ज लग सकता है।
  • एक दिन में ₹50,000 से ज्यादा निकासी करने पर बैंक आपको रिपोर्ट कर सकता है।

इन बदलावों का आप पर क्या असर पड़ेगा?

अगर आप छोटे वर्ग से हैं और रोजमर्रा की ज़िंदगी में सेविंग अकाउंट का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो ये बदलाव आपके लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं। वहीं, अगर आप बड़ी रकम जमा करके टैक्स बचाने की सोच रहे हैं, तो नई लिमिट आपकी योजनाओं पर पानी फेर सकती है।

कैसे करें टैक्स बचत? इन ऑप्शन्स पर भी डालें नजर

सेविंग अकाउंट में पैसा जमा करने की लिमिट कम होने से आपको टैक्स बचाने के दूसरे तरीके खोजने होंगे। आपको बता दें कि सरकार ने कुछ और भी हाई क्वालिटी ऑप्शन प्रोवाइड किए हैं, जिनका इस्तेमाल करके आप टैक्स में बचत कर सकते हैं:

1. पीपीएफ (PPF) अकाउंट

इसमें आप सालाना ₹1.5 लाख तक जमा करके टैक्स बचा सकते हैं। यह एक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है जिस पर ब्याज भी टैक्स-फ्री मिलता है।

2. एलआईसी (LIC) या हेल्थ इंश्योरेंस

बीमा पॉलिसी के प्रीमियम पर भी आपको टैक्स में फ़ायदा मिलता है। आमतौर पर ₹25,000 तक की बचत संभव है।

3. एनएससी (NSC) या फिक्स्ड डिपॉजिट

5 साल के फिक्स्ड डिपॉजिट पर भी सेक्शन 80C के तहत टैक्स बचत की जा सकती है।

क्या करें अगर लिमिट क्रॉस हो जाए?

अगर आप अनजाने में सेविंग अकाउंट की लिमिट क्रॉस कर जाते हैं, तो घबराएं नहीं। आप निम्न स्टेप्स फॉलो कर सकते हैं:

  • बैंक से संपर्क करें: तुरंत अपने बैंक मैनेजर को स्थिति के बारे में बताएं।
  • आईटी डिपार्टमेंट को सूचित करें: अगर जमा राशि टैक्सेबल है, तो सही समय पर रिटर्न भरें।
  • दूसरे अकाउंट्स का उपयोग करें: जरूरत पड़ने पर करंट अकाउंट या जॉइंट अकाउंट का इस्तेमाल करें।

आपको बता दें कि सरकार का यह फ़ैसला काले धन पर लगाम लगाने के लिए है, इसलिए नियमों का पालन करके आप कानूनी तौर पर सुरक्षित रह सकते हैं।